
नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा कि लोग मुझे सोशल मीडिया पर और आमने-सामने भी सबसे खराब वित्त मंत्री कह चुके हैं। वे मेरा कार्यकाल पूरा होने तक का इंतजार भी नहीं कर रहे। मैंने उनसे कहा कि अपने विचार रखिए, हम उन पर काम करेंगे। बता दें यह बहस उद्योगपति राहुल बजाज के बयान के बाद छिड़ी। बजाज ने शनिवार को कहा था कि लोग सरकार की निंदा करने में डरते हैं। बजाज के बाद बायोकॉन की चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ ने भी कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था पर आलोचना नहीं सुनना चाहती।
सिर्फ मोदी सरकार ही है जो लोगों की बात सुनती है: सीतारमण
वित्त मंत्री ने सोमवार को लोकसभा में कहा- ये कहना बिल्कुल गलत है कि सरकार निंदा करने वालों की बात नहीं सुनना चाहती। इंडस्ट्री के लोग मुझसे संपर्क करते हैं और मैं भी उनसे बात करने के लिए देशभर के दौरे करती हूं। सीतारमण ने कहा- राहुल बजाज के बयान पर मेरे ट्वीट को गलत तरीके से पेश किया गया। मैंने कहा था कि अगर कोई सरकार से बात करने की बजाय अपने विचारों को फैलाए तो यह देशहित में नहीं होगा। सिर्फ मोदी सरकार ही है जो लोगों की बात सुनती है।
'ओला-उबर वाला बयान आरबीआई की स्टडी के आधार पर था'
वित्त मंत्री ने कहा कि ऑटो सेक्टर पर ओला-उबर के असर वाले बयान पर भी विवाद खत्म होना चाहिए। उनका अवलोकन आरबीआई की स्टडी के आधार पर था। सीतारमण ने नाम लिए बगैर कहा कि दो साल पहले एक जाने-माने उद्योगपति ने भी ओला-उबर को लेकर ऐसा ही कहा था। बता दें सीतारमण ने सितंबर में कहा था कि ऑटो सेक्टर में सुस्ती की वजह युवाओं द्वारा ओला-उबर का ज्यादा इस्तेमाल करना है। उनके बयान की विपक्ष और इंडस्ट्री के कुछ लोगों ने भी निंदा की थी।
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