
नई दिल्ली. जनरल इंश्योरेंस की सरकारी कंपनियों के लिए बजट में दूसरे दौर की पूंजी का ऐलान हो सकता है। सरकार ने तीन कंपनियों- नेशनल इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस को पिछले महीने 2,500 करोड़ रुपए की पूंजी जारी की थी। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक इन कंपनियों को जरूरी मार्जिन के लिए 10 हजार से 12 हजार करोड़ रुपए की अतिरिक्त पूंजी की जरूरत है।
तीनों कंपनियों के मर्जर की योजना
इंश्योरेंस कंपनियों को पूंजी मिलने से ना सिर्फ उनकी वित्तीय स्थिति सुधरेगी बल्कि मर्जर में भी मदद मिलेगी। 2018-19 के बजट में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने तीनों कंपनियों का विलय कर एक कंपनी बनाने की घोषणा की थी। लेकिन, कंपनियों की वित्तीय हालत अच्छी नहीं होने जैसी वजहों के चलते विलय नहीं हो पाया। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी को शेयर बाजार में लिस्ट करवाया जाएगा।
मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी देश की सबसे बड़ी गैर-जीवन बीमा (नॉन-लाइफ इंश्योरेंस) कंपनी होगी। उसका वैल्यूएशन 1.2 लाख करोड़ रुपए से 1.5 लाख करोड़ रुपए तक होने का अनुमान है। 2017 में इंश्योरेंट सेक्टर की दो सरकारी कंपनियां- न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी और जनरल इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन शेयर बाजार में लिस्ट हुई थीं।
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