
मुंबई. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) मौद्रिक नीति की समीक्षा के बाद आज ब्याज दरों का ऐलान करेगा। प्रमुख दर रेपो रेट में फिर से 0.25% कटौती के आसार हैं। रेपो रेट घटा तो ये लगातार छठी बार होगा। आरबीआई इस साल रेपो रेट में 1.35% कमी कर चुका है, मौजूदा दर 5.15% है। रेपो रेट घटने से इससे जुड़े कर्ज सस्ते हो जाएंगे।
जीडीपी ग्रोथ 6 साल में सबसे कम, इसलिए आरबीआई रेट घटा सकता है
आर्थिक विकास दर को रफ्तार देने के लिए आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) रेपो रेट में और कटौती का फैसला ले सकती है। जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ सिर्फ 4.5% रह गई। यह पिछले 6 साल में सबसे कम है। रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई कमर्शियल बैंकों को कर्ज देता है। इस दर में कमी से बैंकों को सस्ता कर्ज मिलता तो उन पर ग्राहकों के लिए भी लोन की दरें घटाने का दबाव बढ़ता है।
आरबीआई ने रेपो रेट जितना घटाया बैंकों ने ग्राहकों को उतना फायदा नहीं दिया। इसलिए केंद्रीय बैंक ने अक्टूबर से ब्याज दरों को रेपो रेट जैसे बाहरी बेंचमार्क से जोड़ना अनिवार्य किया था। एसबीआई समेत प्रमुख बैंकों ने ब्याज दरों को रेपो रेट से लिंक करने का विकल्प चुना।
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