खेल डेस्क. भारत को टोक्यो ओलिंपिक में सबसे ज्यादा उम्मीद निशानेबाजों से है, क्योंकि भारत ने रिकॉर्ड 15 कोटा हासिल किए हैं। भारत एशिया में चीन के बाद सबसे ज्यादा कोटा हासिल करने वाला देश है। चीन को 25 कोटा मिले हैं। अब ओलिंपिक के लिए भारत की टीम चुनने की तैयारी है। उन खिलाड़ियों पर सबसे ज्यादा नजर रहेगी, जो वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। क्योंकि वर्ल्ड कप के बाद ही टीम चुनी जाएगी।
वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने वाली टीम के लिए ट्रायल शुरू हो चुका है। शॉटगन के चयन ट्रायल दिल्ली में चल रहे हैं जबकि राइफल-पिस्टल के 24 जनवरी से केरल में होंगे।
देश के 15 शूटर टोक्यो ओलिंपिक में 19 मेडल के लिए भिड़ेंगे
देश के 15 शूटरों ने कोटा हासिल किया है। इसमें महिला 10 मी पिस्टल में मनु भाकर, यशस्विनी, 25 मी पिस्टल में चिंकी, राही, पुरुष 10 मी पिस्टल में सौरव, अभिषेक, पुरुष 10 मी राइफल में दिव्यांश, दीपक, महिला 10 मी राइफल में अपूर्वी, अंजुम, थ्री पोजीशन में संजीव, ऐश्वर्य, तेजस्विनी, स्कीट में मेहराज व अंगद ने कोटा हासिल किया है। इनके अलावा पिस्टल और राइफल के मिक्स्ड इवेंट में भारत की दो-दो टीमों को इंट्री मिलेगी। ऐसे में भारत के शूटर 19 मेडल के लिए ओलिंपिक में दावेदारी करेंगे।
15 से 25 मार्च तक होने वाले वर्ल्ड कप में ओलिंपिक कोटा नहीं है। पर यह टीम चयन के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इसमें प्रदर्शन का असर उनकी रैंकिंग पर पड़ेगा। नियमों के मुतााबिक, कोई शूटर देश के लिए ओलिंपिक कोटा हासिल करता है। लेकिन ओलिंपिक खेलने का मौका उसे ही मिलता है, जो उस इवेंट में नंबर-1 हो।
अनीष और कीनन को कोटा मिलने की उम्मीद
ओलिंपिक से पहले 31 मई के बाद जारी होने वाली वर्ल्ड रैकिंग के आधार पर भारत को रैपिड और शॉटगन में कोटा हासिल हो सकता है। अभी अनीश भनवाल 11वें रैंक पर है। उनके पास दिल्ली वर्ल्ड कप के साथ ही मार्च में ओलिंपिक प्री इवेंट बचा हुआ है। वे दोनों इवेंट में बेहतर करते हैं और रैकिंग में सुधार होता है, तो उन्हें कोटा मिल सकता है। क्योंकि उनके ऊपर के रैंक के करीब 6 शूटर कोटा हासिल कर चुके हैं। वहीं शॉटगन में कीनन चेनाई अभी 24वें रैंक पर है। उनके पास दो वर्ल्ड कप के अलावा अप्रैल में प्री ओलिंपिक इवेंट है। ऐसे में वे भी कोटा हासिल कर सकते हैं।
सौरभ चौधरी पर बन रही है बायोपिक
भारत को ओलिंपिक कोटा दिला चुके शूटर सौरभ चौधरी और उनके शुरुआती कोच पर बायोपिक बन रही है। सौरभ मेरठ के रहने वाले हैं। यूपी के छोटे शहर से सौरभ ने कैसे शूटिंग में अलग मुकाम हासिल किया है, इसे बायोपिक के माध्यम से दिखाया जाएगा।
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